मेरी कविताओं तथा लेखों का सचित्र एवं चित्र रहित संग्रह।
शुक्रवार, 24 जून 2011
यमराज का चालान
कृपया पढ़ने के लिए चित्र पर क्लिक करें। चित्र के पूरा आने पर उसे ज़ूम करने के लिए एक बार और क्लिक करें। इस छंद की तृतीय पंक्ति के रूप में विषय देने के लिए भाई नवीन चतुर्वेदी जी जिनका ब्लॉग है http://samasyapoorti.blogspot.com/ का हार्दिक आभार
:):) बढ़िया है ..
जवाब देंहटाएंवाह सुशील भाई ....
जवाब देंहटाएंओम प्रकाश 'आदित्य' जी की परम्परा को आगे बढ़ाती हुई आपकी ...छंदबद्ध हास्यव्यंग्य रचना बहुत अच्छी लगी|
यह भारत की पुलिस है यमराज को भी नहीं बख्शेगी
वाह ...बहुत खूब ।
जवाब देंहटाएंmazaa aa gaya
जवाब देंहटाएंये पुलिस वाले भी न..
जवाब देंहटाएंयमराज का ही चालान कर डाला..