मेरी कविताओं तथा लेखों का सचित्र एवं चित्र रहित संग्रह।
शनिवार, 18 जून 2011
घर या राजनीति का अखाड़ा
कृपया पढ़ने के लिए चित्र पर क्लिक करें। चित्र के पूरा आने पर उसे ज़ूम करने के लिए एक बार और क्लिक करें। इस छंद की अंतिम पंक्ति के रूप में विषय देने के लिए भाई नवीन चतुर्वेदी जी जिनका ब्लॉग है http://samasyapoorti.blogspot.com/ का हार्दिक आभार.
वह जोशी जी ...
जवाब देंहटाएंसबके घर की यही कहानी
आज सुनी फिर आप की जुबानी